यदि आप रोज़ाना कुछ युक्तियों और अच्छी आदतों का अनुसरण करके आपनी आंखों के स्वास्थ्य की देखभाल करते है तो इससे आपके आंखों को समस्याओं से बचाया जा सकता है | आज के समय में लोग अपने कामों में इतने व्यस्त हो गए है की वह अपने सेहत का ध्यान बिलकुल नहीं रख पाते है, जिसे उन्हें शरीरिक और आंखों के स्वास्थ्य से जुड़ी कई तरह की तकलीफों से गुजरना पड़ जाता है | लोग अक्सर अपने आंखों के स्वास्थ्य की देखभाल के तरीके को लेकर असमंझस में फंसे रहते है | लेकिन आपको बता दें, कुछ सरल और बहुत ही व्यावहारिक तरीके, जिसका वर्णन निम्नलिखित है, उससे आप अपने आंखों की देखभाल कर सकते है |
आंखों को बार-बार मत मलें
हमारे हाथ में बैक्टीरिया और धूल हमेशा मौजूद होते है | जब हम अपनी आंखों को इन्ही हाथों से मलते या फिर रगड़ते है, तो इससे हाथों में मौजूद कण हमारी आँखों के अंदर पहुंच सकता है, जिससे जलन और खुजली की समस्या हो सकती है | इसलिए आंखों को बार-बार मलना कम करें | यह तरीका आंखों की प्रभावी देखभाल में संक्रमण और जलन की समस्या को रोकने में मदद कर सकता है |
बार-बार हाथों को धोएं
चूँकि हमारे हाथों में बैक्टीरिया और धूल हमेशा से मौजूद रहते है, इसलिए बार-बार हाथों को धोने या फिर सेनाटाईज़ड करने की आदत को अपनाएं | जिससे आप अपनी आंखों को चश्मों और कांटेक्ट लेंस के संपर्क में आने वाले बैक्टेरिया और अन्य सुष्मजीवों से बचाव कर सकते है |
शरीर को हाइड्रेट रखें
हाइड्रेशन आंखों की देखभाल और पूरे शरीर के स्वास्थ्य को बरक़रार रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण होता है | हाइड्रेशन की कमी होने से आपकी आंखें धसी हुई, फीकी या फिर खोखली पड़ सकती है | इसलिए नियमित रूप से दिन में 8 से 10 गिलास पानी का सेवन ज़रूर करें |
धूप में आंखों को बचाएं
सूर्य के रौशनी में मौजूद युवी किरण के संपर्क में आने से उम्र से संबंधित अधोगमन, आरंभिक मोतियाबिंद जैसे गंभीर समस्या का खतरा बढ़ सकता है और आपकी आंखों की कॉर्निया में सनबर्न या फिर फोटोकैराटाइस होने की संभावना बढ़ सकती है | इसलिए कोशिश करें की धुप में निकलने से पहले अपनों आंखों को सनग्लासेस के ज़रिये कवर कर लें |
धूम्रपान करना बंद करें
धूम्रपान के सेवन से उम्र से संबंधित अधोगमन, आरंभिक मोतियाबिंद जैसे गंभीर समस्या का खतरा बढ़ जाता है | इसके अलावा धूम्रपान से सेवन से ऑप्टिक की नसें क्षतिग्रस्त हो सकते है और गंभीर शुष्क आंखें भी हो सकती है | इसलिए धूम्रपान करना बिलकुल बंद करें |
संतुलित भोजन को अपनाएं
हर प्रकार के फल और रंगीन या फिर गहरे हरे रंग के सब्ज़ियों से युक्त आहार, एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते है, जो आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते है | इसलिए अपने डेली आहार में संतुलित और फाइबरयुक्त से भरपूर भोजन को शामिल करें |
आरामदायक माहौल व्यवस्था करें
आपके कंप्यूटर का मॉनिटर आंख से एक हाथ की दूरी में और 20 डिग्री नीचे स्थित होना चाहिए | ऐसा इसलिए क्योंकि यह आपके आंखों को तनावग्रस्त होने से बचाता है | इसी तरह से इस बात का भी सुनिश्चित करें कमरे में पर्याप्त लेकिन बिखरी हुई रौशनी मौजूद हो |
पर्याप्त रूप से नींद को पूरा करें
शरीर के बाकी हिस्सों की तरह की आंखों को भी पर्याप्त रूप से आराम की आवश्यकता होती है | इसलिए इस बात सुनिश्चित करें की आंखों को स्वास्थ्य के लिए अपनी नींद को पूरी लें |
20-20-20 नियम का पालन करें
काम करने के दौरान आंखों की अच्छे से देखभाल करने के लिए 20-20-20 नियम को अपनाएं, उसके लिए :-
- हर 20 मिनट बाद अपने कंप्यूटर से 20 फ़ीट की दुरी में पड़े वस्तु की तरफ देखें |
- आंखों में सूखापन को कम करने के लिए 20 बार लगातार पलके को झपकाएं |
- हर 20 मिनट बाद 20 कदम चलें |
नियमित रूप से आंखों की जांच करवाएं
आंखों की प्रभावी ढंग से देखभाल करने के लिए सबसे अच्छे साधनों में से एक है आंखों का नियमित रूप से जांच करवाना | ऐसा करने से आपको आंखों में लगे चश्मे और कांटेक्ट लेंस के नुस्खे को अपडेट करने में मदद मिलेगी, ताकि आप स्पष्ट रूप से देख सकें |
यदि आप में से कोई भी व्यक्ति आंखों से जुड़ी किसी भी प्रकार की समस्या से पीड़ित है तो स्थायी रूप से अपना इलाज करवाने के लिए आप डॉक्टर हरिंदर मित्रा से मिल सकते है | मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लेसिक लेज़र सेंटर के सीनियर कंसल्टेंट डॉक्टर हरिंदर मित्रा पंजाब के बेहतरी ऑप्थल्मोलॉजिस्ट में से एक है, जो पिछले 26 वर्षों से पीड़त मरीज़ों के आंखों से जुडी समस्याओं का सटीकता से इलाज कर रहे है |
इसलिए परामर्श के लिए आज ही मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लेसिक लेज़र सेंटर की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाएं और अपनी नियुक्ति की बुकिंग करवाएं | आप चाहे तो वेबसाइट पर दिए गए नबरों से संपर्क करके भी इस विषय से जुड़ी संपूर्ण जानकारी को प्राप्त कर सकते है |