भगवान की दिए यह आँखे जिसका कोई मूल नहीं है एक इंसान के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण अंग है। ऐसा अंग जिसके बिना ना गुजारा और न ही ज़िंदगी जीना का मज़ा।
अगर पहले से ही नेत्र को सुरक्षित व स्वस्थ रखा जाए तो क्या कोई नुकसान होगा?
नहीं, अपनी नेत्र सही हो तो किसी के सहारा की जरूरत न पड़े। नेत्र ऐसी चीज है जो दिमाग के साथ जुड़ी होती है और हम जो भी कुछ इस दुनिया में देखते है उसको दिमाग में बैठा देती है जैसे मोबिले फोने में मेमोरी कार्ड की तरह। दिमाग की अपनी कोई ग्रहणशील क्षमता नहीं होती वो आँखों पर ही निर्भर करता है। आँखों में रोशनी नहीं होगी तो दिमाग का कम करना भी मुश्किल हो जाएगा और उस पे ज्यादा दपव पड़ेगा।
अब जैसे आजकल फ़ोन में वाइडर व्यू होता है वैसे ही हमारी दो आँखे क्यों होती है ?
ताकि हमें भी वाइडर व्यू दिख सखे इस का मतलब हम में दोनों को स्वस्त रखना पड़ेगा।
अलग-अलग वजाओं से नेत्र दृष्टि पर असर पड़ता है। वैसे तो उम्र के हिसाब से चश्मा लगना ही होता है पर उससे पहले क्यों लगाए। आजकल चश्मा बच्चों की आखो पर छोटी उम्र से ही लग जाता है कारण होता है उनका फ़ोन पर बैठे रहना या स्वस्थ भोजन न खाना। कई को चश्मे का लगना वंशानुगत भी कहा जाता है।
कुछ खास करने की जरूरत नहीं है बस नीचे दिए गए समाधान अपनी आंखों पर हो सके तो अमल करें:-
- कंप्यूटर या किसी भी स्क्रीन पर काम करते समय २०-४० इंच का फासला रखने की कोशिश करें।
- अपनी आँखों को तीखी चीजों से दूर रखें।
- कभी भी आँखो को गर्म पानी से न दोए और न ही इक दम सीधा पानी के छींटे डाले।
- अगर आपके चश्मा नहीं लगा है, तभी अपनी नेत्र को हाइड्रेट रखने वाली बुँदे डाले।
- जितना हो सके आंखों को आग से दूर रखें।
- कभी भी अपनी आंखों को जोर से न मले क्योंकि जब हम मलते है तब हमारी आँख का कॉर्निया ख़राब होना शुरू हो जाता है।
- हरी सब्जियों खाने की आदत पाए।
- आँख को हाथ लगाने से पहले दोए।
- अपनी आँखों को ठंडा रखें।
- आँखों को कुछ कुछ समय बाद आराम देने की सोचे
- वो कसरत करें जिससे ब्लड ऑक्सीजन आपकी आखो तक पहुंचे
- सुबह उठकर हरे पत्तों व वातावरण में रहने की कोशिश करें
- दिन में जब कभी नेत्र पर छानना पड़े तो १० सेकंड के लिए एक बिंदु पर दयान डालो और फिर नेत्र को २-३ बार झपके
- जिन्हें धूम्रपान की आदत हो, वो छोड़ने की कोशिश करें।
- हरे घास पर नंगे पांव सैर करे
- आँख पर कम मेकअप करने की कोशिश करें
- अपने तकिये का आवरण समय सर बदलते जाए
- नियमित आंखों की जांच
- ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की नियमित जांच, अगर ज्यादा होगा तो अंधापन उन लोगों को जो वृद्ध होते है।
- जब भी धुंधली, दोहरी, रात की ख़राब दृष्टि , लाल आँखे, प्रकाश की चमक ज्यादा लगे, आँखो में सूजन लगे- तो तुरंत डॉक्टर को मिले।
अगर ऊपर दी गई युक्तियों आप के लिए फायदेमंद है तो आपकी नेत्र शक्ति कभी कम या किसी परेशानी में नहीं आ सकती