बारिश के मानसून में क्यों बढ़ जाता है आई फ्लू होने का खतरा ,जानिए कैसे करें बचाव

बारिश के मानसून में क्यों बढ़ जाता है आई फ्लू  होने का खतरा ,जानिए कैसे करें बचाव

बारिश के मानसून को अकसर फ्लू का सीजन भी कहा जाता है, क्योंकि यह मानसून के दौरान कई बीमारी को फैल जाती है जिसमें से एक है आई फ्लू | बारिश का मौसम आई फ्लू  संक्रमण को बढ़ने में बढ़ावा देते है | यह संक्रमण बच्चों और गर्भवती महिलाओं में सब से ज्यादा तेज़ी से फैल रहा  है | इन संक्रमण से बचने के लिए स्वस्थ्य विभाग ने कई क्षेत्र में कैंप भी लगाया है | आइये जानते है आई फ्लू कैसे और इसके फैलने के मुख्य कारण  क्या है :- 

आई फ्लू फैलने के मुख्य कारण 

डॉक्टर हरिंदर मित्रा, जो की ऑप्थल्मोलॉजी के एक्सपर्ट है उनका कहना है की, इस आई फ्लू के फैलने का मुख्य कारण है बारिश के पानी में नहाना, जिसके गंदे पानी से आँखों में इन्फेक्शन हो जाता  है | 

आज कल के बढ़ते प्रदूषण के कारण बर्रिश के पानी में कई तरह मोलेक्युल्स पाए जाते है जो आंखों  के लिए बिलकुल सही नहीं है, जो इस समस्या को बढ़ने में बढ़ावा देते है | हालाकि पसीने में काम करने से भी यह इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है | 

जो व्यक्ति पहले से ही इस फ्लू से इन्फेक्टेड है उस व्यक्ति के फिजिकल कांटेक्ट में  ना  ही आये तो ही  ज़्यादा बेहतर है ,अगर उसे व्यक्ति के फिजिकल कांटेक्ट या उससे  हाथ मिलते हो  या गंदे हाथों से आंखों को  मल लेते हो, तो  उस व्यक्ति को आई फ्लू हो सकता है, क्योंकि आई फ्लू भी एक ऐसा फ्लू जिसके फिजिकल कांटेक्ट से भी इससे इन्फेक्ट होने का खतरा बढ़ जाता है | 

इसीलिए  इस समस्या  का सही समय पर इलाज करना बहुत ही आवश्यक है, अगर इस आई फ्लू का सही समय पर इलाज न कराया गया तो यह आंखों के कॉर्निया पर काफी एफ्फेक्टेड डाल सकती है , जिससे आगे जाकर अंधेपन जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है |  इसकी आप डॉक्टर हरिंदर मित्रा से सलाह ले सकते है, जो की ऑप्थल्मोलॉजी के एक्सपर्ट है | 

आई फ्लू होने के लक्षण क्या है ?

आई फ्लू के मुख्य लक्षण है:- 

  • आंखों का बहुत लाल होना 
  • आंखों से पानी गिरते रहना 
  • सूजन आ जाना या फिर हर समय दर्द की शिकायत रखना 
  • आंखों में सफ़ेद कीचड़ रहना 
  • आंखों के पलकों पर खारिश या जलन होना 

आई फ्लू के संक्रमण से बचाव के लिए क्या करें ?

आई फ्लू के संक्रमण से बचाव के लिए सबसे अच्छा सुझाव यही है की आई फ्लू संक्रमित व्यक्ति के फिजिकल कांटेक्ट में न आये, और ना उनके द्व्रारा इस्तेमाल  किये कपड़ों का दोबारा  इस्तेमाल करें, उनके द्व्रारा इस्तेमाल किये गए कपड़ों का इस्तेमाल करने से भी आई फ्लू हो सकता है | 
अगर किसी व्यक्ति को आई फ्लू हो गया है तो काले चश्मों का इस्तेमाल करें, जिससे की कोई दूसरा व्यक्ति इस आई फ्लू से इन्फेक्टेड न हो सके और जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी डॉक्टर से पास जा कर इसका अच्छे  से इलाज करवाए और समय पर समय पर निरीक्षण करवाते  रहे |

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