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आपकी आंखों पर साइनस से क्या प्रभाव पड़ता है? डॉक्टर से जाने

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दरअसल साइनस एक प्रकार की आम स्वास्थ्य समस्या है, जिसका अनुभव कई लोग अपने जीवन में एक न एक बार जरूर करते हैं। आमतौर पर साइनस के लक्षण जैसे व्यक्ति की नाक बंद होना, पूरे चेहरे में दर्द होना, और इसके अलावा सिरदर्द होना जैसे होते हैं। दरअसल साइनस का संक्रमण एक आम समस्या है, जो आसानी से व्यक्ति का पूरा दिन खराब कर सकती है। हालांकि, साइनस का संक्रमण केवल असुविधाजनक ही नहीं होता, बल्कि यह कई तरह की अन्य समस्याओं का भी कारण बन सकता है। जैसे कि यह बहुत कम लोग जानते हैं, कि साइनस की समस्या एक व्यक्ति की आँखों को भी प्रभावित करती है। जिसकी वजह से आंखों में परेशानी और नजर से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। अगर इसका सही समय पर उपचार न किया जाये तो इसकी वजह से कई गंभीर स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। आइये इस लेख के माध्यम से डॉक्टर से इसके बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करते हैं, कि साइनस की समस्या आंखों की सेहत को किस तरीके से  प्रभावित करती है और आपको इसके किन लक्षणों पर ध्यान देना चाहिए।

साइनस और आंखों के बीच क्या संबंध है?

आपको बता दें कि असल में एक इंसानी खोपड़ी में हवा से भरी हुई ऐसी कई गुफाएं होती हैं, जिनको आमतौर पर साइनस कहा जाता है। दरसल शरीर के अंगों को सहारा देने और उन की रक्षा करने में यह गुहाएं मदद करती हैं। आमतौर पर आंखों पर, माथे पर, नाक और गलों के आस पास यह गुफाएं मौजूद होती हैं। आपको बता दें कि एथमॉइड और स्फेनोइड साइनस आंखों के ऑर्बिट बहुत पास होते हैं, जिसकी वजह से अगर साइनस में कोई भी समस्या उत्पन्न होती है, तो वह इसके साथ आंखों को भी प्रभावित करता है। साइनस और आंखों के बीच के इस कनेक्शन की वजह से साइनस में सूजन या फिर संक्रमण आसानी से आंखों पर अपना प्रभाव डाल सकता है और इसके साथ ही यह कभी कभी आंखों से जुड़ी कई तरह की गंभीर समस्याओं की वजह भी बन सकता है। 

साइनस के 4 मुख्य प्रकार

दरअसल साइनस के 4 मुख्य प्रकार हैं, हरेक का नाम उनके स्थान के आधार पर रखा गया है:

1. मैक्सिलरी साइनस (आंखों के नीचे, गालों के पास होते हैं)

2. ललाट साइनस (आँखों के ऊपर, माथे के पास होते हैं)

3. एथमोइड साइनस (आंखों के बीच, नाक के पीछे होते हैं)

4. स्फेनोइड साइनस (खोपड़ी में गहराई में, आँखों के पीछे होते हैं)

आमतौर पर अपनी अलग-अलग स्थितियों के बावजूद, आपके सभी साइनस एक समान भूमिका निभाते हैं। क्योंकि साइनस आपकी आँखों के बिलकुल पास होते हैं, इस लिए साइनस की समस्याएँ कभी-कभी आपकी नज़र या फिर आपकी आँखों के आराम को प्रभावित कर सकती हैं।

साइनस से जुड़े सामान्य लक्षण

आमतौर पर साइनस का दर्द अक्सर व्यक्ति के चेहरे के आसपास ही होता है, जैसे की आंखों के पीछे या फिर गलों के आस पास आदि। पर सबसे ज्यादा जरूरी यह समझना है कि आखिर साइनस का दर्द आंखों पर कैसे असर डालता है। इसके क्या लक्षण होते हैं और आपको इसके बारे में कैसे पता चलेगा कि इसकी वजह से आपकी आँखे प्रभावित हो रही हैं। 

1. आंखों में दर्द

आमतौर पर व्यक्ति की आंखों के आसपास या फिर आंखों के पीछे की तरफ बहुत ही हल्का दर्द होना, यह इस के सबसे आम लक्षणों में से एक है। आपको बता दें की यह खासतौर पर एथमॉइड या फ्रंटल साइनस संक्रमण की वजह से होता है, जहां पर दबाव बढ़ने पर आंखों और नाक के आसपास समस्या उत्पन्न हो सकती है और इसके साथ दर्द भी हो सकता है। 

2. आंखों के आसपास सूजन

कई बार ऐसा होता है कि साइनस थोड़ा ज्यादा गंभीर होता है, जिसकी वजह से आपकी आँखों के आस पास सूजन की समस्या हो सकती है। असल में यह तब होता है जब साइनस संक्रमण आपकी आंखों के आसपास फैल जाता है।

3. आंखों से धुंधला दिखना

आपको बता दें कि साइनस संक्रमण के कारण आंखों से धुंधला दिखाई देने की समस्या हो सकती है। हालांकि जब आपको स्फेनोइड साइनस की समस्या होती है, तो यह आपकी आँखों की मांसपेशियों पर असर डाल सकता है। आपको बता दें कि इससे आपकी नज़र धुंधली पड़ सकती है। अगर आपको इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत आपको डॉक्टर के पास जाकर सलाह लेनी चाहिए।

4. आंखों में लालिमा या जलन

आमतौर पर साइनस की सूजन की वजह से आँखों में लालिमा, या जलन जैसे कि किरकिरापन या फिर आँखों में बहुत ज्यादा आंसू आ सकते हैं। अगर आपकी आखें ज्यादा लाल हो रही हैं और आपको आँखों में बहुत ही ज्यादा जलन का अहसास हो रहा है, तो आप इसको बिलकुल भी नज़रअंदाज न करें, तुरंत डॉक्टर के पास जाएँ। 

5. ऑर्बिटल सेल्युलाइटिस

आपको बता दें कि ऑर्बिटल सेल्युलाइटिस एक बहुत ही गंभीर संक्रमण है, जिसके कारण आँखों पर बहुत ज्यादा असर पड़ता है और इसके साथ ही यह संक्रमण आपकी आँखों तक फैल सकता है। आमतौर पर इसके लक्षणों में आंख का उभार, तेज दर्द, नजर में बदलाव आना और इसके साथ बुखार भी शामिल हैं। अगर आपको इस तरीके की स्थिति अपने आप में देखने को मिल रही हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

साइनस संक्रमण को कैसे पहचानें

दरअसल साइनस संक्रमण का पहला लक्षण हमेशा नाक बंद होना होता है। इसकी वजह से आपकी आवाज़ सामान्य से ज़्यादा ऊँची या फिर नाक जैसी लग सकती है। इसके अलावा आपको ये भी महसूस कर सकते हैं :

1. गाढ़ा, रंगहीन बलगम का आना। 

2. चेहरे में दर्द या दबाव का बढ़ना। 

3. सिर दर्द होना। 

4. गंध और स्वाद की कमी महसूस करना।  

5. बदबूदार सांस का होना। 

6. नाक से पानी आना। 

7. बुखार होना। 

डॉक्टर से कब मिलें

अगर आपकी आँखों में बहुत हल्का दबाव या फिर आपको बेआरामी महसूस होती है, तो वह घर पर ही सही हो सकती है, पर आपको इसके गंभीर लक्षण दिखाई पड़ रहें हैं, तो तुरंत आपको डोक्टोर के पास जाकर इसके बारे में बताना चाहिए, वह आपको इसका सही इलाज बता सकते हैं। दरअसल इन संकेतों से आप को पता चल सकता है की आपका साइनस का संक्रमण बढ़ गया है या फिर साइनस से बाहर फैल गया है।

1. आंखों में लगातार दर्द होना या दबाव बढ़ना। 

2. आंखों के आसपास सूजन का होना। 

3. दिखने में बहुत ज्यादा परेशानी होना। 

4. चेहरे पर सूजन होना या फिर लालिमा के साथ बुखार होना। 

5. अपनी आँखों को हिलाने में कठिनाई या हिलाते समय दर्द होना। 

6. आँखों की अचानक या फिर बिगड़ती हुई धुंधली नज़र होना। 

7. दोहरी नज़र होना। 

8. एक आँख के पीछे दबाव को महसूस करना जो दूसरी आँख से अलग होता है। 

साइनस से आंखों की समस्याओं को कैसे रोका जा सकता है?

आइये इसके बारे में डॉक्टर से जानकारी लेते हैं की आखिर साइनस से आंखों पर पड़ने वाले नेगेटिव प्रभाव को रोकने के लिए क्या किया जा सकता है? 

1. आमतौर पर साइनस संक्रमण से अपना बचाव करने के लिए आप अपनी एलर्जी और सर्दी का जल्दी से जल्दी इलाज कराएं।

2. दरअसल साइनस को साफ रखने के लिए भाप को लें या फिर अपनी नाक में नमक का स्प्रे डालें।

3. साइनस संक्रमण को रोकने के लिए ज्यादातर एंटीबायोटिक दवाओं का स्वयं सेवन करने से बचें, इसके लिए आप हमेशा डॉक्टर की सलाह लें। 

4. अगर आपको साइनस की समस्या लंबे समय से हैं, तो आपको इसके बारे में डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए और इस तरह की स्थिति में हो सकता है, कि आपका सीटी स्कैन किया जाये 

5. बता दें कि इस समस्या के कई गंभीर लक्षण दिखाई देने पर आपको एंडोस्कोपिक साइनस सर्जरी की जरूरत पड़ सकती है। 

निष्कर्ष

साइनस एक प्रकार की आम स्वास्थ्य समस्या है, यह व्यक्ति का पूरा दिन आसानी से खराब कर सकती है। साइनस का अनुभव कई लोग अपने जीवन में एक न एक बार जरूर करते हैं। इसके कारण नाक बंद होना, पूरे चेहरे में दर्द होना, और सिरदर्द हो सकता है। दरअसल, आपके साइनस और आंखें एक-दूसरे से बहुत ज्यादा मिलती जुलती हैं और जो एक पर अपना प्रभाव डालता है, वह दूसरे पर भी अपना प्रभाव डाल सकता है। आपको बता दें कि ज्यादातर साइनस संक्रमणों का उपचार करना संभव है, पर इसके लगातार लक्षणों को नजरअंदाज करने से, विशेष रूप से आंखों से जुड़े लक्षणों पर ध्यान न देने से आपको समस्या हो सकती है और इसके साथ ही कई गंभीर परेशानियां भी उत्पन्न हो सकती हैं। हालांकि साइनस की समस्या के साथ-साथ आंखों में असामान्य तकलीफ होने पर इस को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, इसके लिए तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए। यह आपके लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर आपको भी साइनस की समस्या के साथ-साथ आंखों में असामान्य बेहरामी की समस्या है और आप इसको नज़रअंदाज नहीं करना चाहते हैं और आप इसका बिना देरी किये इलाज करवाना चाहते हैं, तो आप आज ही मित्रा आई एंड लेजर लेसिक हॉस्पिटल में जाकर अपनी अपॉइंटमेंट को बुक करवा सकते हैं और इसके विशेषज्ञों से इसके इलाज के बारे में जानकरी ले सकते हैं। 

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल 

प्रश्न 1. आंखों में साइनस क्या होता है?

असल में इंसानी खोपड़ी में हवा से भरी हुई कई गुफाएं होती हैं, जिस को आमतौर पर साइनस कहते हैं। यह गुहा आंखों के आसपास भी होती है, इसलिए साइनस होने पर आंखों पर भी प्रभाव पड़ता है। 

प्रश्न 2. क्या साइनस आंखों को प्रभावित कर सकता है?

हां, साइनस से आंखों पर भी प्रभाव पड़ता है और इससे कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं, जैसे कि आंखों में दर्द, सूजन और आंखों से पानी आना आदि। इस तरह की स्थिति में इन लक्षणों को पहचानें और डॉक्टर से इसके बारे में बात करें। 

प्रश्न 3. क्या साइनस और आंखें आपस में जुड़ी हुई हैं?

असल में साइनस नाक की गुफा से होकर गुजरती है। आमतौर पर नाक के पास आंखों की नलिकाएं भी होती हैं, जिसकी वजह से साइनस आंखों पर भी है।

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