कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम एक किस्म की आंख से जुडी ऐसी समस्या होती है, जिसमे जब आप सबसे ज़्यादा समय कंप्यूटर या लैपटॉप जैसे डिजिटल उपकरणों को उपयोग करने में बिताते है, तो उसकी वजह से आपकी आंखों में तनाव पर काफी पड़ने लग जाता है, जिससे यह समस्या उत्पन्न हो जाती है | इस समस्या को कई विशेषज्ञ आई स्टोन भी कहते है | जिसके मुख्य लक्षण है आंखों में ड्राइनेस आना, धुँधलीपन दिखाई देना, चिड़चिड़ी आंखें होना और सिरदर्द होना आदि शामिल है |
मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लासिक लेज़र सेंटर के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर अक्षय मित्रा ने अपने यूट्यूब चैंनल में पोस्ट एक वीडियो में यह बताया की कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम दर इतना बढ़ गया है की उन्हें हर दिन 10 में से 3 मामले कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्तियों के देखने को मिल रहे है | लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम को काफी आम समस्या समझते है और इससे जुड़े लक्षणों को नज़रअंदाज़ कर देते है, जो की आगे जाकर बहुत बड़ी बीमारी का कारण बन जाती है | इसलिए कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम के लक्षणों का पता लगते ही तुरंत डॉक्टर के पास जाये और इस समस्या का अच्छे इलाज करवाएं | आइये जानते है कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम के मुख्या लक्षण कौन से है :-
- आंखों में ड्राइनेस की समस्या उत्पन्न होना, आंखों से बार-बार पानी आना, आंखों में खुजली होना, आंखों में जलन होने और आंखों में बार-बार ऐसा महसूस होना जैसे कुछ अटका हुआ हो |
- दृष्टि में धुंधलापन आना, तेज़ रौशनी से संवेदनशील होना
- आंखों में भारीपन लगना या फिर आंखों को खुली रखने में मुश्किलों का सामना करना।
- आंखों के पीछे दर्द होना
इससे जुड़ी अधिक जानकारी या फिर इलाज के लिए आप दिए गए लिंक पर क्लिक कर इस वीडियो को पूरा देखें | इसके अलावा आप मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लासिक लेज़र सेंटर नामक यूट्यूब चैंनल पर भी विजिट कर सकते है, यहाँ आपको इस विषय से जुडी पूरी जानकारी पर वीडियो मिल जाएगी |
यदि आप भी कंप्यूटर विज़न सिंड्रोम की समस्या से गुज़र रहे है और इलाज करवानां चाहते ह तो इसके लिए आप मित्रा आई हॉस्पिटल एंड लासिक लेज़र सेंटर से परामर्श कर सकते है | इस संस्था के सीनियर कंसलटेंट डॉक्टर अक्षय मित्रा ऑप्थल्मोलॉजिस्ट में एक्सपर्ट है, जो इस समस्या को कम करने में आपकी मदद कर सकते है